Blogs

शिक्षकों को कम ब्याज पर लोन देगी नई समिति
शिक्षक शिक्षिकाओं को रुपयों की जरूरत पड़ जाए तो लोन के लिए बैंकों के कई दिनों तक चक्कर लगाने पड़ते हैं। जल्दी होने पर प्राइवेट बैंकों से ज्यादा ब्याज पर लोन लेना पड़ता है। अब परिषदीय और एडेड विद्यालयों के शिक्षक-शिक्षिकों को परेशान नहीं होना पड़ेगा। सहकारी बेसिक शिक्षक वेतनभोगी ऋण समिति लिमिटेड उनका सहारा बनेगी। कुछ शिक्षकों ने मिलकर समिति बनाई है।
समिति शिक्षक-शिक्षिकाओं को अन्य बैंकों से कम ब्याज पर पर्सनल लोन देगी। आवेदन करने के बाद 24 घंटों के भीतर लोन मिल जाएगा। जिले के 1878 शिक्षकों ने समिति की सदस्यता ली है।
जिला सहकारी बैंक ने समिति की 324 करोड़ 6 लाख 55 हजार रुपये की लिमिट निर्धारित की है। समिति के सदस्य ही लोन ले सकते हैं। संयुक्त आयुक्त एवं संयुक्त निबंधक सहकारिता बरेली से 31 जुलाई 2024 को समिति पंजीकृत कराई गई है। परिषदीय विद्यालय के शिक्षक डॉ. पंकज समिति के अध्यक्ष हैं। 11 अन्य शिक्षक समिति के पदाधिकारी हैं। समिति में अब तक 1878 शिक्षक-शिक्षिकाओं ने 125 रुपये जमा करके सदस्यता ली है। इसके लिए ऑनलाइन आधार कार्ड के साथ फॉर्म जमा किया है। यह सदस्यता शुल्क एक ही बार जमा होगा। सदस्यता लेने वाले शिक्षक-शिक्षिकाएं ही लोन के लिए आवेदन कर सकते हैं। एक शिक्षक को उसके वेतन का 25 गुना या 20 लाख रुपये तक पर्सनल लोन मिल सकता है। जिसके लिए 9.25 प्रतिशत ब्याज देना होगा। राष्ट्रीय बैंकों में यह ब्याज 11 से 12 फीसदी तक है। जिला सहकारी बैंक ने आवेदन करने वाले 1878 शिक्षक शिक्षिकाओं के लिए 324.6 करोड़
रुपये का प्रस्ताव पास किया है। जितने दिन रुपये का प्रयोग, उतने दिन का ही देना होगा ब्याज बैंकों से लोन लेने पर निर्धारित अवधि का व्याज जोड़कर किश्त बनाई जाती है। समिति से लोन लेने
पर यह प्रक्रिया नहीं रहेगी। अगर पांच साल के लिए लोन लिया गया है और दो साल में पूरे रुपये जमा कर दिए तो पांच साल का ब्याज नहीं देना होगा। संबंधित से दो साल का ही ब्याज लिया जाएगा।
यह रहेगी सदस्यता और लोन के आवेदन की प्रक्रिया
फिलहाल तो समिति की सदस्यता बंद चल रही है। बैंक के निर्णय के बाद सदस्यता खोली जाएगी। जिसके लिए 125 रुपये समिति के खाते में जमा करने होंगे। आधार कार्ड, भरा हुआ फॉर्म बैंक में जाकर फीड कराया जाएगा। शिक्षक- शिक्षिकाओं को सदस्यता मिल जाएगी। लोन के आवेदन करने के लिए आधार कार्ड, पांच फोटो, सौ रुपये का स्टांप, दो गारंटर की जरूरत होगी। गारंटर का आधार कार्ड व पांच-पांच फोटो देने होंगे। दोनों को भी सौ-सौ रुपये का स्टांप देना होगा
समिति से लोन में सिविल से नहीं होगा मतलब
अन्य बैंकों से लोन लेने के बाद समय से रुपये जमा न करने संबंधित की सिविल खराब हो जाती है। जिसके बाद अगला लोन लेने में व्यक्ति दिक्कत आती है। कुछ बैंक सिविल खराब होने पर ज्यादा ब्याज पर लोन देती हैं लेकिन शिक्षकों की इस समिति से लोन में सिविल का कोई मतलब नहीं रहेगा। रुपये की पूरी प्रक्रिया ऑनलाइन ही रहेगी। लोन लेने वाले शिक्षक-शिक्षिका को चेक मिलेगा या फिर उसके खाते में रुपये स्थानांतरित किए जाएंगे
Blog
More Related Article
Consulterz discovering the source behind the ubiquitous filler text. In seeing a sample of lorem ipsum, his interest was piqued by consectetur