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क्या 30 जून तक शिक्षकों के लिए भी बंद होंगे स्कूल?
सांसद और विधायकों ने सीएम को लिखा पत्र
प्रदेश में परिषदीय विद्यालय 21 मई से चल रही गर्मी की छुट्टियों के बाद सोमवार 16 जून से खुल जाएंगे। बेसिक शिक्षा परिषद ने बच्चों के लिए तो स्कूल में 30 तक छुट्टी कर दी है। किंतु शिक्षकों, शिक्षामित्रों, अनुदेशकों, शिक्षणेत्तर कर्मचारियों को स्कूल आना होगा।
प्रदेश में पड़ रही भीषण गर्मी को देखते हुए कई जनप्रतिनिधियों ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर इनको भी राहत देने की मांग की है। कौशाम्बी से सपा सांसद पुष्पेंद्र सरोज, एमएलसी आशुतोष सिन्हा, अरुण पाठक, डॉ. बाबूलाल तिवारी आदि ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर शिक्षकों-कर्मचारियों के लिए भी विद्यालय 30 जून तक बंद करने की मांग की है।
इन्होंने कहा है कि इस दौरान आवश्यक काम ऑनलाइन घर से कराए जा सकते हैं। वहीं उत्तर प्रदेशीय जूनियर हाई स्कूल शिक्षक संघ ने मुख्यमंत्री को पत्र भेजकर प्रदेश के परिषदीय विद्यालयों का शिक्षण सत्र पूर्व की भांति 01 जुलाई से 20 मई तक किये जाने की मांग की है।
संघ के प्रदेश अध्यक्ष योगेश त्यागी ने कहा है कि पूर्व में प्रदेश के परिषदीय विद्यालयों का शिक्षण सत्र बदलकर 01 जुलाई के स्थान पर 01 अप्रैल से कर दिया गया था जो कि पूर्णतः अव्यवहारिक है। इससे शिक्षकों, अभिभावकों तथा बच्चों को व्यवहारिक व भौगोलिक स्थितियों के कारण काफी कठिनाइयां आती हैं।
गर्मी के कारण अभिभावक अपने बच्चों को विद्यालय भेजने में आनाकानी करते हैं। इसका असर नामांकन में भी पड़ता है। ऐसे में पूर्व की भांति प्रदेश के परिषदीय विद्यालयों का शिक्षण सत्र 01 जुलाई से 20 मई तक किया जाए।
सोमवार से खुलेंगे परिषदीय स्कूल
ग्रीष्मावकाश के बाद सोमवार को सभी परिषदीय विद्यालय खुल जाएंगे। शिक्षकों को विद्यालय समय से पहुंचने के निर्देश जारी किए गए हैं। वहीं बच्चे एक जुलाई से स्कूल पहुंचेंगे। तब तक शिक्षकों को नए सत्र की पढ़ाई की तैयारियां कराने के लिए कहा गया है। इसके अलावा विद्यालय से जुड़े जो भी काम अधूरे हैं उनको समय से पूरा कराना होगा। अधिकारियों ने बताया कि विद्यालय का संचालन पहले की तरह से सुबह आठ बजे से दोपहर दो बजे तक होगा। लखनऊ के बीएसए राम प्रवेश ने कहा कि शहर के सभी 1618 परिषदीय विद्यालयों को समय से खोलने के आदेश जारी किए गए हैं। खंड शिक्षा अधिकारियों को निरीक्षण करने के लिए कहा गया है।
अभिभावक कराएं नामांकन
बच्चों की नामांकन प्रक्रिया भी शुरू करने के निर्देश शिक्षकों को दिए गए हैं। बीएसए ने बताया कि जिन विद्यालयों में नामांकन संख्या शून्य है, उनकी समीक्षा की जा रही है। अभिभावक बच्चों का प्रवेश दिलाने के लिए स्कूल जा सकते हैं। स्कूल न खुला मिले तो विभाग को सूचित करें।
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