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तबादला हुआ पर वेतन अटका, ID व LPC ट्रांसफर नहीं

बेसिक शिक्षकों के अंतरजनपदीय (जिले के बाहर) म्युचुअल तबादले हो गए। उनको पुराने जिले से रिलीव करने और नए जिले में जॉइनिंग की आखिरी तारीख पांच जून थी। ज्यादातर शिक्षकों ने नए जिले में जॉइन भी कर लिया लेकिन अभी तक उनकी ऑनलाइन ID, अंतिम वेतन प्रमाण पत्र (LPC) और सर्विस बुक दूसरे जिले को ट्रांसफर नहीं हुई है। इससे शिक्षक न तो छुट्टी ले पा रहे हैं और इस महीने के वेतन की भी चिंता सता रही है।

क्या है व्यवस्था बेसिक शिक्षकों के अंतरजनपदीय म्यूचुअल तबादले मई में हुए थे। उनको एक जिले से रिलीव करने और दूसरे जिले में जॉइन करने के लिए 29 मई से पांच जून का समय तय किया गया था। इस बार कुल 7,374 शिक्षकों का तबादला हुआ है। उन्होंने नए जिले में जॉइन भी कर लिया है। ऐसे में पुराने जिले के जिस ब्लॉक में शिक्षक तैनात थे, वहां के बीईओ को ID और LPC वहां के बीएए ऑफिस को ट्रांसफर करनी थी। पुराने जिले का बीएसए नए जिले के बीएसए को उसे ट्रांसफर करेगा। शिक्षकों का कहना है कि यह काम ऑनलाइन होना था। इसमें कोई वक्त भी नहीं लगता लेकिन लापरवाही की वजह से इसमें देरी हो रही है। सर्विस बुक डाक से भेजी जाती है। वह न भी पहुंचे लेकिन ID और LPC पहुंच जाए तो कोई काम रुकेगा नहीं।

आएंगी ये दिक्कतें अब शिक्षकों को छुट्टी लेनी हो या वेतन, भत्ते के लिए कोई भी आवेदन ऑनलाइन ही करना होता है। जब तक ID और LPC ट्रांसफर नहीं हो जाती, तब तक वे आवेदन नहीं कर सकते। स्कूल के हेड को सभी शिक्षकों की हाजिरी भी महीने की 21 से 23 तारीख तक लॉक करनी होती है। समय रहते यह हाजिरी लॉक नहीं हुई तो इस महीने का वेतन भी उनको मिलना मुश्किल हो जाएगा। इस बारे में प्राथमिक शिक्षक प्रशिक्षित स्नातक असोसिएशन के अध्यक्ष विनय कुमार सिंह का कहना है कि ये पुराने जिलों के स्टाफ की लापरवाही है। अधिकारियों को भी ध्यान देना चाहिए कि वे निर्देश देकर जल्द से जल्द ID ट्रांसफर करवाएं। प्राथमिक शिक्षक संघ, लखनऊ के निर्भय सिंह भी कहते हैं कि 13 दिन हो चुके हैं। अभी कुछ दिन और देरी हुई तो शिक्षकों के इस महीने का वेतन भी नहीं मिल पाएगा।

कई काम एक साथ चल रहे हैं। जल्द ही ID और LPC ट्रांसफर हो जाएगी। कोशिश होगी कि किसी का वेतन न रुके।

- सुरेंद्र तिवारी, सचिव, बेसिक शिक्षा परिषद

 

All Comments

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Ava Lust
19 September, 2019

It's ironic that when the then-understood Latin was scrambled, it became as incomprehensible as Greek; the phrase 'it's Greek to me' and 'greeking' have common semantic roots!

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Michaels Oert
12 September, 2019

It's ironic that when the then-understood Latin was scrambled, it became as incomprehensible as Greek; the phrase 'it's Greek to me' and 'greeking' have common semantic roots!

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Jordi Paul
28 August, 2019

It's ironic that when the then-understood Latin was scrambled, it became as incomprehensible as Greek; the phrase 'it's Greek to me' and 'greeking' have common semantic roots!

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